पत्रकार अय्यूब खान
बिसवां सीतापुर सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सरकार भले ही व्यापक अभियान चला रही है।और शिक्षा का अधिकार बनाकर शिक्षित समाज का निर्माण करने के लिए प्रयास भी कर रही है।सरकार ने थानाध्यक्षों व अन्य सरकारी अफसरों को बच्चों का नामांकन कराने का निर्देश दे रही है।परंतु इसके विपरीत कोतवाली बिसवां अन्तर्ग मोहल्ला शेख सरायं सुतिया में नजारा कुछ और दिख रहा है। जिस उम्र में बच्चों के हाथों में कापी किताबें होनी चाहिए उन हाथों में ताश की गड्डियां नजर आ रही है।स्थानीय पुलिस प्रशासन की शक्ति देखने को नही मिल रही है। नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने बताया कि पुलिस आये दिन यहाँ आती है और लोगों को पकड़ती भी है परंतु रास्ते मे ही छोड़ देती है।जो स्थानीय पुलिसिंग पर सवालिया निशान खड़े करती है।
addComments
Post a Comment